UP Board Result 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (UPMSP) के लाखों छात्रों को इस साल के 10वीं और 12वीं के रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है। हर साल की तरह इस बार भी लाखों छात्रों की मेहनत का नतीजा आने वाला है और सवाल सबके मन में एक ही है – “यूपी बोर्ड रिजल्ट कब आएगा?” चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी, वो भी आसान भाषा में। UP Board Result 2025: इस डेट को आएगा यूपी बोर्ड 10वीं-12वीं का रिजल्ट, सबसे पहले यहां देखें
रिजल्ट की संभावित तारीख क्या है?
पिछले साल यूपी बोर्ड का रिजल्ट 20 अप्रैल को आया था। लेकिन इस बार संभावना है कि ये परिणाम 21 या 22 अप्रैल 2025 को घोषित किया जाए। हालाँकि आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन जैसे ही यूपीएमएसपी कोई अपडेट देगा, वो सबसे पहले ट्विटर हैंडल @upboardpryj और उनकी वेबसाइट पर दिखाई देगा।
रिजल्ट कहां और कैसे चेक करें?
रिजल्ट ऑनलाइन चेक करने के लिए आपको कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- सबसे पहले यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in, upresults.nic.in या upmspresults.nic.in पर जाएं।
- होम पेज पर दिए गए “UP Board 10th Result 2025” या “UP Board 12th Result 2025” लिंक पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, जिसमें रोल नंबर डालना होगा।
- रोल नंबर भरने के बाद जैसे ही आप सबमिट करेंगे, आपका रिजल्ट स्क्रीन पर आ जाएगा।
यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 की ज़रूरी जानकारी
जानकारी | विवरण |
---|---|
रिजल्ट की संभावित तारीख | 21 या 22 अप्रैल 2025 |
पिछले साल की डेट | 20 अप्रैल 2024 |
ऑफिशियल वेबसाइट्स | – upmsp.edu.in – upresults.nic.in – upmspresults.nic.in |
रिजल्ट कैसे चेक करें | वेबसाइट खोलें → 10वीं/12वीं लिंक पर क्लिक करें → रोल नंबर डालें → रिजल्ट देखें |
फेल होने पर विकल्प | 1. रीचेकिंग 2. कंपार्टमेंट एग्जाम 3. NIOS के ज़रिए दोबारा परीक्षा |
टॉपर को मिलने वाले इनाम | ₹1 लाख नकद + लैपटॉप + मेडल + प्रमाणपत्र (सरकार द्वारा तय) |
10वीं को क्या कहते हैं? | हाईस्कूल |
12वीं को क्या कहते हैं? | इंटर / इंटरमीडिएट |
यूपी बोर्ड का पूरा नाम | उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (UPMSP) |
ट्विटर/X हैंडल | @upboardpryj |
अगर आप फेल हो जाएं तो घबराएं नहीं
कभी-कभी मेहनत के बावजूद रिजल्ट मनमुताबिक नहीं आता। अगर कोई छात्र एक या दो विषय में फेल हो जाता है, तो उसके पास तीन रास्ते होते हैं:
कॉपी की दोबारा जांच (Rechecking)
अगर आपको लगता है कि आपकी कॉपी सही से चेक नहीं हुई, तो आप रीचेकिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं। कई बार कुछ सवाल छूट जाते हैं या नंबर जोड़ने में गलती हो जाती है। ऐसे में अंक बढ़ सकते हैं और आप पास भी हो सकते हैं।
कंपार्टमेंट परीक्षा
दूसरा विकल्प है कंपार्टमेंट परीक्षा। यूपी बोर्ड हर साल जून-जुलाई में कंपार्टमेंट एग्जाम करवाता है। आप उसी साल दोबारा परीक्षा देकर पास हो सकते हैं।
NIOS से परीक्षा देना
तीसरा विकल्प है नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) से परीक्षा देना। अगर आप चाहें तो 10वीं या 12वीं का फॉर्म भरकर NIOS के पब्लिक डिमांड एग्जाम के जरिए भी परीक्षा पास कर सकते हैं।
टॉपरों को मिलते हैं इनाम और सम्मान
जो छात्र टॉप करते हैं, उन्हें यूपी सरकार की तरफ से कई पुरस्कार दिए जाते हैं। इसमें एक लाख रुपये नकद, लैपटॉप, मेडल और प्रमाणपत्र शामिल हैं। कौन किस रैंक पर कितना इनाम पाएगा, इसकी जानकारी यूपी सरकार द्वारा घोषित की जाती है।
2024 के टॉपर्स कौन थे?
पिछले साल के टॉपर्स पर नजर डालें तो 10वीं में प्राची निगम ने 98.50% के साथ टॉप किया था। उनके बाद दीपिका सोनकर और कई अन्य छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया था। 12वीं में शुभम 489/500 नंबर लाकर पहले स्थान पर रहे थे, जबकि कई छात्रों ने 488 या 487 नंबर पाकर अपनी जगह टॉप लिस्ट में बनाई।
जिलेवार टॉपर्स की झलक
यूपी के अलग-अलग जिलों में कई छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। आगरा से सौम्या ने 97.17%, एटा से शालिनी ने 95.67% और गाजियाबाद से तपस्या ने 93.17% स्कोर किया। ये नतीजे बताते हैं कि मेहनत करने वाले हर जिले से निकलकर चमकते हैं।
“हाईस्कूल” और “इंटर” क्या होता है?
उत्तर प्रदेश में 10वीं की परीक्षा को हाईस्कूल कहा जाता है, जबकि 12वीं की परीक्षा को इंटरमीडिएट या इंटर के नाम से जाना जाता है। यह जानना जरूरी है क्योंकि वेबसाइट या रिजल्ट में इन्हीं शब्दों का इस्तेमाल होता है।
यूपीएमएसपी का पूरा नाम क्या है?
जिन्हें ये नहीं पता, उनके लिए बता दें कि यूपी बोर्ड का पूरा नाम है उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (UPMSP)। ये संस्था ही पूरे राज्य में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं करवाती है।
आखिर में…
यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 का इंतजार पूरे राज्य के छात्रों और उनके परिवारों को है। रिजल्ट चाहे जैसा भी हो, ये सिर्फ एक पड़ाव है – मंज़िल नहीं। अगर उम्मीद के मुताबिक नंबर नहीं आए, तो भी आगे बढ़ने के रास्ते खुले हैं। धैर्य और आत्मविश्वास ही सबसे बड़ा हथियार है।